मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर जिले के आबाद नामक व्यक्ति को बकरा ईद को लेकर सीओ अनुज चौधरी पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। आबाद ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा था, “बकरा ईद साल में 1 बार ही आती है। जिसे लगता है मांस और खून देखने से धर्म भ्रष्ट होता है, वो घरों से बाहर न निकले।”
यह टिप्पणी जल्द ही वायरल हो गई और लोगों ने इसे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया। इस विवाद को लेकर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आबाद को गिरफ्तार कर लिया और उसे लॉकअप में डाल दिया।
आबाद ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए एक माफी वीडियो जारी किया, जिसमें उसने कहा कि वह जानबूझकर किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं करना चाहता था और उसके द्वारा की गई टिप्पणी अप्रिय और गलत थी। आबाद ने कहा कि वह इस घटना से सीख चुका है और आगे से ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं करेगा।
पुलिस ने भी इस मामले को लेकर बताया कि आरोपी को उचित कानूनी प्रक्रिया के तहत गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने समाज में सौहार्द बनाए रखने की अपील की है और किसी भी प्रकार के उकसावे से बचने की सलाह दी है।
आबाद की गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न की हैं। कुछ लोग इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ का मानना है कि यह धार्मिक भावनाओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम था।
इस घटना ने एक बार फिर से सोशल मीडिया पर व्यक्त की जाने वाली टिप्पणियों के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी पर बहस को जन्म दिया है।