लक्ष्मणझूला, उत्तराखंड। 14 मार्च 2025 की रात को घटूघाट स्थित एक रिजॉर्ट से अपनी क्रेटा कार से निकले विनायक बाली (उम्र 26 वर्ष) निवासी पश्चिम विहार, दिल्ली के गुमशुदा होने की रिपोर्ट थाना लक्ष्मणझूला में दर्ज कराई गई। गुमशुदगी की रिपोर्ट के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, लेकिन प्रारंभिक जांच के दौरान किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं मिल पाई थी।
थाना लक्ष्मणझूला में गुमशुदगी की प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) 03/2025 के तहत पंजीकृत की गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री लोकेश्वर सिंह द्वारा गुमशुदा की तलाश हेतु एक विशेष टीम गठित की गई, और थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला को निर्देशित किया गया कि वे जल्द से जल्द गुमशुदा को ढूंढने के लिए उचित कदम उठाएं।
पुलिस ने रिसॉर्ट और होटलों के सीसीटीवी फुटेज की छानबीन की और मोबाइल सर्विलांस के जरिए भी गुमशुदा के बारे में कोई ठोस जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की, लेकिन कोई परिणाम नहीं मिला। गुमशुदा का कार के साथ गायब होना एक रहस्य बनकर रह गया। इसके बाद लक्ष्मणझूला पुलिस ने दुर्घटना के दृष्टिकोण से भी मामले की जांच शुरू की और संभावित दुर्घटना वाले स्थानों में ड्रोन कैमरा की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया।
अंततः, पुलिस टीम और एसडीआरएफ की मदद से एक वृहद सर्च अभियान चलाया गया, जिसके परिणामस्वरूप गुमशुदा की क्रेटा कार एक 100 मीटर गहरी खाई में गिरती हुई पाई गई। पुलिस और एसडीआरएफ टीम ने कड़ी मेहनत और अथक प्रयासों से गुमशुदा विनायक बाली का शव कार से निकालकर आवश्यक कानूनी कार्यवाही की।
यह घटना न केवल गुमशुदगी के मामले में एक मर्मस्पर्शी मोड़ था, बल्कि पुलिस की तत्परता और समर्पण को भी प्रदर्शित करती है, जिसने समय रहते गुमशुदा व्यक्ति की तलाश पूरी की।