उत्तराखंड: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की शुरुआत से पहले, चार धाम होटल एसोसिएशन ने यात्रा के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के खिलाफ सवाल उठाए हैं। एसोसिएशन ने इस मुद्दे को लेकर पर्यटन सचिव से मुलाकात की और अपना ज्ञापन सौंपा। उन्होंने चार धाम यात्रा के दौरान यात्रा के रजिस्ट्रेशन के माध्यम से यात्रियों की संख्या सीमित करने की नीति को समाप्त करने की मांग की।
एसोसिएशन का कहना है कि यात्रियों की संख्या सीमित करने से न सिर्फ श्रद्धालुओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, बल्कि इससे स्थानीय होटल, धर्मशालाओं और अन्य व्यापारियों पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। एसोसिएशन ने ज्ञापन में यह भी कहा कि इससे राज्य की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
एसोसिएशन ने यह भी सुझाव दिया है कि यात्रा के रजिस्ट्रेशन के समय इस पर विचार किया जाए, ताकि यात्रा के दौरान कोई असुविधा न हो और स्थानीय व्यापार भी प्रभावित न हो।
चार धाम यात्रा उत्तराखंड की महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा मानी जाती है, और हर साल हजारों श्रद्धालु इस यात्रा में भाग लेते हैं। एसोसिएशन का मानना है कि यदि यात्रा में संख्या सीमित रखने की बाध्यता को हटाया जाए तो अधिक श्रद्धालु यात्रा कर सकेंगे और इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा।