
नैनीताल, [आज की तारीख] – 15 जून 2025 को होने वाले कैंची धाम स्थापना दिवस मेले की सुरक्षा, यातायात और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) उत्तराखंड, वी. मुरुगेशन ने आज कैंची धाम क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने मेले के संपूर्ण आयोजन क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन, निगरानी और श्रद्धालुओं की सुविधाओं से जुड़े सभी बिंदुओं की बारीकी से समीक्षा की। इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र रिधिम अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा समेत अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे।
एडीजी ने सबसे पहले कैंची धाम मंदिर पहुंचकर बाबा नीम करौली महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। इसके बाद उन्होंने मंदिर परिसर, मुख्य मार्गों, पार्किंग स्थलों और भीड़भाड़ वाले संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का आकलन किया।
समीक्षा गोष्ठी में दिए गए महत्वपूर्ण निर्देश
निरीक्षण के बाद सरदार पटेल भवन, भवाली में एक समीक्षा गोष्ठी हुई, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, नैनीताल ने अब तक की गई तैयारियों का प्रस्तुतीकरण दिया। समीक्षा के दौरान एडीजी ने मेले को सुचारु और सुरक्षित बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए:
भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रबंधन: श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मंदिर समिति और आयोजकों के साथ समन्वय बैठक कर उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया। श्रद्धालुओं की अनुमानित संख्या के अनुसार मंदिर में प्रवेश और निकासी को नियंत्रित करने और भीड़ प्रबंधन में स्वयंसेवकों की मदद लेने पर जोर दिया गया।
कंट्रोल रूम और निगरानी व्यवस्था: एक ड्यूटी नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और उसमें जिम्मेदार अधिकारियों को तैनात करने का निर्देश दिया गया। सीसीटीवी और ड्रोन की मदद से 24×7 रियल-टाइम निगरानी की व्यवस्था होगी। साथ ही, सोशल मीडिया निगरानी सेल सक्रिय रहेगा और अफवाह फैलाने वालों पर तत्काल फैक्ट चेक कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस बल और ड्यूटी प्रबंधन: क्षेत्र को जोन और सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा बलों की सुनियोजित तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। सभी पुलिसकर्मियों को समय पर ब्रीफिंग दी जाएगी। सादे कपड़ों में महिला और पुरुष पुलिसकर्मी भीड़ में तैनात रहेंगे। संदिग्ध वस्तुओं की लगातार जांच के लिए बीडीएस टीम भी मौजूद रहेगी।
यातायात और पार्किंग प्रबंधन: रूट डायवर्जन प्लान बनाकर सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। शटल सेवा का व्यवस्थित संचालन सुनिश्चित होगा और पार्किंग स्थलों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा।
प्रवेश-निकासी और श्रद्धालुओं की सुविधा: मंदिर, पार्किंग और अन्य स्थलों पर प्रवेश व निकासी के द्वार अलग-अलग चिह्नित किए जाएंगे। दर्शनार्थियों की संख्या का लगातार आकलन कर प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। रूट प्लान, पार्किंग व्यवस्था, प्रसाद वितरण आदि से संबंधित आवश्यक सूचना फ्लेक्स बोर्ड प्रमुख स्थलों पर लगाए जाएंगे।
पुलिस आचरण और जनसंपर्क: पुलिस बल को श्रद्धालुओं के साथ विनम्र व्यवहार करने और किसी भी तरह का दुर्व्यवहार न करने के निर्देश दिए गए। हर संवेदनशील गतिविधि की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। सभी जवानों को जनसुरक्षा, सेवा और सजगता की भावना के साथ ड्यूटी निभाने को कहा गया।
एडीजी ने स्पष्ट किया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा, यातायात व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण शासन-प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सभी तैयारियों को समयबद्ध, समन्वित और व्यवस्थित ढंग से सुनिश्चित किया जाए।
कैंची धाम मेले के लिए कुल तीन कंपनियां पीएसी और 800 से अधिक पुलिस बल की तैनाती प्रस्तावित की गई है, जिसे जोन और सेक्टरों में व्यवस्थित रूप से तैनात किया जाएगा।
गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक सिटी हल्द्वानी, पुलिस अधीक्षक (यातायात/क्राइम), क्षेत्राधिकारी गण, एलआईयू निरीक्षक, प्रतिसार निरीक्षक नैनीताल, प्रभारी निरीक्षक भवाली समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
