
बागेश्वर: उत्तराखंड की प्रसिद्ध लोक जागर गायिका कमला देवी जिन्होंने अपने विशेष जागर शैली के गायन से भारत समेत पूरे देश में पहचान बनाई है, मधुर आवाज़ की धनी लोक गायिका बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहीं हैं । पहाड़ों में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते उनका घर छतिग्रस्त हुआ है जिसमे उनके घर को काफ़ी नुकसान हुआ है और अब वे इस बारिश के मौसम में टूटे हुए मकान में रहने को विवश हैं । उन्होंने लोगों से मदद के लिए भावुक अपील करी है । उन्होंने बताया कि पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के चलते गुरुवार को उनका घर क्षतिग्रस्त हो गया जिसमें उनके टीन की छत पूरी तरह टूट गई है और उनके परिवार को टूटे हुए घर में रहने के लिए विवश होना पड़ रहा है ।
बता दें कि उत्तराखंड के लोक कलाकार हमेशा से आर्थिक तंगी से जूझते रहे हैं , अब इसमें कमी चाहे सरकारों की माने या फिर प्रदेश की जनता की लेकिन उत्तराखंड का कलाकार हमेशा आर्थिक तंगी का शिकार हुआ है । राज्य के गठन हुए 25 वर्ष हो गए हैं लेकिन उत्तराखंड में लोक कलाकारों की सुध किसी सरकार ने नहीं और उनके लिए नीति बनाने वाले नेता मंचों पर सम्मान देने तक ही सीमित रहे ।
अब लोक गायिका कमला देवी का ही उदाहरण देख लीजिए कमला देवी पिछले 40 सालों से खोला मेलों से लेकर तमाम सरकारी कार्यक्रम के मंचों पर अपनी मधुर आवाज़ से पहाड़ की पारम्परिक जागर गायन का काम कर रही है और कुछ समय पहले ही उन्होंने कोक स्टूडियो जैसे बड़े मंच पर उत्तराखंड के जागर संगीत को नई पहचान देकर जागृत करा है । लोक गायिका कमला देवी को ख़ास प्रसिद्धि तब मिली जब उन्होंने राजुला मालूशाही की प्रेम कथा पर जागर गाया, इतना ही नहीं उन्होंने कोक स्टूडियो के मंच पर बॉलीवुड की मशहूर गायक नेहा कक्कड़ के साथ सोन चढ़ी गाने में पहाड़ी जागर का कलेवर डाला तो पूरे भारत में उत्तराखंड के पारंपरिक संगीत की खूब सराहना हुई ।
इस सुपरहिट गाने के बाद उत्तराखंड सरकार ने भी कमला देवी की प्रतिभा को पहचानते हुए उन्हें कई मंचों पर स्थान दिया ,लेकिन जैसे जैसे समय बीतता गया सरकार पूर्व की भाँति कलाकारों को समृद्ध बनाने में विफल नज़र आ रही है , अब यह देखना होगा कि उत्तराखंड सरकार इस संकट की घड़ी में लोक गायिका कमला देवी की मदद के लिए पहल करती है या नहीं ।

