
देहरादून, 23 जून। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा ने रविवार को देहरादून प्रेस क्लब में आयोजित एक अहम बैठक के दौरान अपनी संगठनात्मक ताकत को और मजबूत करने का ऐलान किया। इस दौरान मोर्चा ने देहरादून महानगर कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए कई पदाधिकारियों की नियुक्ति की। अब तक मोर्चा प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर अपना संगठनात्मक विस्तार कर चुका है।
बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पंवार ने की। उन्होंने कहा कि “अब समय आ गया है जब उत्तराखंड को एक सशक्त और ईमानदार राजनीतिक विकल्प मिले। जनता के विश्वास, युवाओं के जोश और पूर्व सैनिकों के अनुशासन के साथ हम ग्राम पंचायत से लेकर विधानसभा तक स्वाभिमान की लड़ाई लड़ेंगे।”
देहरादून महानगर में इन पदों पर हुई नियुक्ति:
- रामकुमार शंखधर– महानगर अध्यक्ष
- पूरन सिंह रावत – सैनिक प्रकोष्ठ अध्यक्ष
- हरदेव सिंह पंवार – उपाध्यक्ष (सैनिक प्रकोष्ठ)
- अनिल डोभाल – रायपुर विधानसभा प्रभारी
महासचिव मोहित डिमरी ने कहा कि “उत्तराखंड को ऐसा नेतृत्व चाहिए जो सत्ता के सामने झुके नहीं और भ्रष्ट व्यवस्था से समझौता न करे। स्वाभिमान मोर्चा केवल आंदोलन नहीं, बल्कि जन-परिवर्तन की नींव रख रहा है।”
बैठक में पंचायत चुनाव को लेकर सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाए गए। मोर्चा ने आरोप लगाया कि सरकार ने लाभ के लिए गलत आरक्षण रोस्टर लागू करने की कोशिश की थी, लेकिन न्यायपालिका ने चुनाव स्थगित कर उसे आड़े हाथों लिया। मोर्चा का कहना है कि भाजपा दो चरणों में चुनाव करवाकर प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग कर रही थी, जिससे उसे राजनीतिक लाभ मिल सके।
बैठक में पूर्वी देहरादून अध्यक्ष शीशपाल पोखरियाल, पछवादून अध्यक्ष निरंजन चौहान सहित उनकी पूरी टीम ने भाग लिया।
बैठक में उपस्थित रहे प्रमुख सदस्य:
कर्नल कैलाश देवरानी, राजेंद्र भट्ट, विकास रयाल, मनोज कोठियाल, प्रमोद काला, आशीष नौटियाल, कुसुम जोशी, आशुतोष कोठारी, विपिन नेगी, चित्रपाल सजवान, आशा रावत, धनंजय बिष्ट, नरेंद्र नेगी, शशिकांत, शहजाद अली, महेंद्र बिष्ट, विनोद नेगी, जगवीर नेगी, विकी पंवार सहित कई अन्य कार्यकर्ता बैठक में मौजूद रहे।
स्वाभिमान मोर्चा ने आगामी पंचायत चुनावों में युवाओं, पूर्व सैनिकों और महिला उम्मीदवारों को प्राथमिकता देने की घोषणा की है। संगठन का उद्देश्य है जनता को एक नया नेतृत्व और एक नई राजनीतिक उम्मीद देना।