देहरादून – उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने पंचायत चुनाव में कथित धांधली को लेकर प्रदेश सरकार पर करारा हमला बोला है। देहरादून में उन्होंने मौन व्रत रखकर अपना विरोध जताया और इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया।
हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश में पंचायत चुनाव में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हो रही हैं और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को दबाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा द्वारा अधिनियमित पंचायती राज संस्थाएं अब सत्ता के चंगुल में फंस चुकी हैं।
उन्होंने कहा, “पंचायती राज व्यवस्था अब सत्ता के तोते की तरह काम कर रही है। चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार परेशान हैं और लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित किए जा रहे हैं।”
रावत ने यह भी कहा कि अगर यही हाल रहा, तो यह राज्य के भविष्य के लिए घातक साबित हो सकता है। उन्होंने प्रदेश की जनता से अपील की कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए वे आगे आएं और ऐसी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाएं।
हरीश रावत का यह मौन व्रत राजनीतिक गलियारों में हलचल का विषय बना हुआ है और सरकार की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं।