देहरादून।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आज देहरादून स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर मनसा देवी दुर्घटना को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह हादसा न केवल दुर्भाग्यपूर्ण था, बल्कि सरकार की लापरवाही और अव्यवस्थाओं का नतीजा है।
गोदियाल ने कहा, “मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था अधूरी थी। यदि जरूरी प्रबंध समय रहते किए जाते, तो आठ लोगों की जान बचाई जा सकती थी।” उन्होंने मजिस्ट्रेट जांच को नाकाफी बताते हुए हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में जांच कराने की मांग की।
उन्होंने यह भी कहा कि जब छोटे धार्मिक आयोजनों में ही सरकार व्यवस्थाएं नहीं कर पा रही है, तो आगामी अर्धकुंभ और नंदा राजजात यात्रा जैसे बड़े आयोजनों की तैयारी कैसे की जाएगी, इस पर सरकार को स्पष्टता देनी चाहिए।
प्रेस वार्ता में उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और पंचायत से जुड़े कई मुद्दों पर भी सरकार को घेरा:
- भाजपा सांसदों के गोद लिए गांवों में सड़कों का अभाव।
- PPP मोड पर चल रहे अस्पतालों में अव्यवस्थाएं।
- 550 विद्यालयों को गोद देना सरकार की विफलता और शिक्षा में निजीकरण की कोशिश।
- राजकीय विद्यालयों में कॉरपोरेट गोद कार्यक्रम में भ्रष्टाचार की आशंका।
- गणेश जोशी पर आय से अधिक संपत्ति की जांच को सीएम द्वारा रोका जाना।
- पंचायत चुनावों के लिए नियमावली का अभाव, और जिला पंचायत अध्यक्षों के आरक्षण को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं।
गणेश गोदियाल ने कहा कि राज्य में धर्मांतरण कानून के बावजूद धर्मांतरण की घटनाएं सरकार की विफलता को दर्शाती हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री से इन सभी मुद्दों पर जवाब मांगा है और विधानसभा सत्र में इन पर ठोस चर्चा की मांग की।