हाल ही में उत्तर प्रदेश में झांकुर बाबा गैंग के अवैध धर्मांतरण का बड़ा नेटवर्क सामने आने के बाद इसके तार उत्तराखंड से भी जुड़ते नजर आए। इस घटनाक्रम ने प्रदेश सरकार को धार्मिक स्वतंत्रता कानून को और सख्त करने की आवश्यकता पर मजबूर किया।
विधानसभा के मानसून सत्र में सरकार ने संशोधित धार्मिक स्वतंत्रता कानून को पारित करवा लिया है। भाजपा प्रवक्ता हनी पाठक ने इस कानून की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अक्सर महिलाएं ऐसे ढोंगियों का सबसे आसान शिकार बनती हैं। इन्हीं को रोकने और ऐसे नेटवर्क पर कड़ा शिकंजा कसने के लिए सरकार ने इस कानून को और सख्त किया है।
प्रदेश सरकार पहले ही धार्मिक स्वतंत्रता कानून लागू कर चुकी है, लेकिन अब इसमें संशोधन कर इसे और मजबूत बनाया गया है ताकि अवैध धर्मांतरण जैसी गतिविधियों पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सके।