देहरादून: मुख्यमंत्री के निर्देश का सीधा असर अब ज़मीनी स्तर पर दिख रहा है। जिला प्रशासन के प्रथम रिस्पांडर की भूमिका निभाते हुए डीएम देहरादून सविन बंसल शनिवार को जिले के सबसे दुर्गम आपदाग्रस्त क्षेत्र फुलेत पहुँचे।
अब तक प्रशासन प्रभावित क्षेत्रों तक हेली सेवा के माध्यम से ही राशन और रसद पहुँचा रहा था, लेकिन इस बार डीएम ने हवाई मार्ग का विकल्प छोड़ छमरौली से लगभग 12 किमी लंबे पैदल रूट को चुना। जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर छमरौली तक सड़क मार्ग से पहुँचे और वहाँ से प्रशासनिक अमले के साथ पैदल निकल पड़े।
इस दौरान डीएम ने गाढ, गदेरे, ढौंड और ढंगार पार करते हुए आपदा प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने मौके पर पहुँचकर जनमानस की समस्याएँ सुनीं और अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द जनजीवन को सामान्य बनाने के प्रयास तेज किए जाएँ।
आपदा में पुलिया, पुल, सड़क और पगडंडियाँ पूरी तरह बह चुकी हैं। ऐसे में डीएम ने ग्राउंड जीरो पर पहुँचकर हालात का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों को भरोसा दिलाया कि प्रशासन हर संभव सहायता के लिए उनके साथ खड़ा है।

