चमोली (उत्तराखंड) — बारिश थम जाने के बावजूद पहाड़ों का टूटना जारी है और बुधवार को चमोली जिले के बिरही–निजमूला मोटर मार्ग पर एक विशाल भूस्खलन हुआ, जिससे क्षेत्र को जोड़ने वाली सड़क पूरी तरह अवरुद्ध हो गई।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि मलबा गिरने की घटना इतनी जबरदस्त थी कि पूरे क्षेत्र में धूल का गुबार छा गया। धूल और पत्थर गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग दहशत में आ गए। लोगों ने मोबाइल कैमरों में इन दृश्य को दर्ज किया, और यह दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, सड़क पर मलबा हटाने का कार्य शुरू हो गया था, लेकिन लगातार पत्थर और मलबा गिरने की प्रक्रिया अभी भी जारी है। इस कारण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राह खुला पाना चुनौतियों भरा है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जैसे ही चट्टान से पत्थर गिरना बंद होगा, उस समय तुरंत मलबा हटाने के अभियान को तेज किया जाएगा और मार्ग को सुचारू किया जाएगा।
घटना की विस्तृत जानकारी
भूस्खलन की स्थिति इतनी भयावह थी कि पूरे क्षेत्र में मलबे और धूल की मोटी परत छा गई।
स्थानीय निवासियों का मानना है कि यदि पत्थर गिरना जारी रहा, तो जनहानि की आशंका थी।
विभाग द्वारा बताया गया है कि सुरक्षा दृष्टि से, अभी मार्ग खोलने की प्रक्रिया धीमी हो रही है, और मलबा हटाने के दौरान नई गिरावट न हो, इस पर सतही निगरानी रखी जा रही है।
प्रशासन और बजरंग दल के कर्मचारी सतत कार्य कर रहे हैं ताकि सड़क जल्द से जल्द यातायात के लिए चालू की जा सके।
प्रतिक्रिया और उमीद
स्थानीय लोगों और क्षेत्रीय प्रतिनिधियों ने मांग की है कि इस तरह की आपदा-क्षेत्रों में सतर्कता और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। कई लोगों ने यह भी सुझाव दिया कि पहाड़ी क्षेत्र में मलबा गिरने की आशंका को ध्यान में रखते हुए पूर्व तैयारी और आपात योजना बनी होनी चाहिए।
भूस्खलन की यह घटना यह याद दिलाती है कि पहाड़ी इलाकों में प्राकृतिक आपदाओं का खतरा अभी समाप्त नहीं हुआ है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जैसे ही रास्ता सुरक्षित माना जाएगा, मलबा हटाया जाएगा और मार्ग को बहाल किया जाएगा।

