Tuesday, December 16, 2025
Google search engine
Homeउत्तराखंडमुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया वन्य जीव प्राणी सप्ताह का शुभारंभ,...

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया वन्य जीव प्राणी सप्ताह का शुभारंभ, जनहानि पर मुआवजा 10 लाख रुपए

देहरादून।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को देहरादून जू में वन्य जीव प्राणी सप्ताह का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने घोषणा की कि प्रदेश में वन्य जीव हमले में जनहानि पर मिलने वाली सहायता राशि को बढ़ाकर 10 लाख रुपए किया जाएगा।

सीएम धामी ने कहा कि वन्यजीव हमारी आस्था, संस्कृति और परंपरा का अभिन्न हिस्सा हैं। मां दुर्गा का वाहन शेर, गणेश जी का मूषक, मां सरस्वती का हंस, भगवान कार्तिकेय का मोर, लक्ष्मी जी का उल्लू और भगवान शिव का नंदी हमारी सनातन संस्कृति में मानव और जीव-जगत के सह-अस्तित्व का प्रतीक हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड की लगभग 14.77 प्रतिशत भूमि संरक्षित क्षेत्रों के रूप में घोषित है, जिसमें 6 राष्ट्रीय उद्यान, 7 वन्यजीव विहार और 4 संरक्षण आरक्षित क्षेत्र शामिल हैं। यह अनुपात देश के औसत 5.27 प्रतिशत से कहीं अधिक है। उन्होंने कहा कि राज्य की हरियाली और यहां विचरण करते वन्य जीव देश-विदेश के लाखों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से राज्य सरकार इकोनॉमी, इकोलॉजी और टेक्नोलॉजी के बीच संतुलन स्थापित कर विकास और संरक्षण दोनों को साथ लेकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने वन विभाग को निर्देश दिया कि हर जिले में कम से कम एक नए पर्यटन स्थल की पहचान कर उसे विकसित किया जाए, लेकिन उसका प्राकृतिक स्वरूप सुरक्षित रखा जाए।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में नए इको-टूरिज्म मॉडल पर काम चल रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को आजीविका के अवसर भी मिलेंगे। “सीएम यंग ईको-प्रिन्योर” योजना के अंतर्गत एक लाख युवाओं को नेचर गाइड, ड्रोन पायलट, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर, इको-टूरिज्म और वाइल्डलाइफ टूरिज्म से जुड़े कौशल कार्यों में उद्यम के रूप में जोड़ा जा रहा है।

सीएम ने कहा कि सरकार के प्रयासों से बाघ, गुलदार, हाथी और हिम तेंदुए जैसे दुर्लभ वन्य प्राणियों की संख्या में वृद्धि हुई है, लेकिन इसके साथ मानव-वन्यजीव संघर्ष की चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। इन्हें कम करने के लिए ड्रोन और जीपीएस तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।

उन्होंने पर्यटकों से अपील की कि जब भी वे जंगल सफारी या धार्मिक पर्यटन स्थलों पर जाएं तो गंदगी न फैलाएं।

इस अवसर पर वन मंत्री सुबोध उनियाल, कृषि मंत्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, मुख्य वन संरक्षक समीर सिन्हा, वन्यजीव प्रमुख रंजन कुमार मिश्रा सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

https://www.youtube.com/0vQxV_ynKyc

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!