बीते दिन NCRB (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो) की रिपोर्ट के हवाले से आईजी कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे ने उत्तराखंड में गुमशुदा बच्चों की रिकवरी में पुलिस के उत्कृष्ट प्रदर्शन की जानकारी दी थी। इसी क्रम में उत्तराखंड राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना ने भी इस विषय पर प्रतिक्रिया दी है।
गीता खन्ना ने बताया कि उन्होंने रिपोर्ट आने से पहले ही राज्य पुलिस से इस मुद्दे पर जानकारी मांगी थी। इस पर उत्तराखंड पुलिस द्वारा उन्हें बताया गया कि रिपोर्ट में गुमशुदा दिखाए गए कई बच्चे वास्तव में लापता नहीं थे, बल्कि किसी कारणवश बिना बताए कहीं घूमने चले गए थे। ऐसे अधिकांश बच्चों को कुछ ही घंटों में ढूंढकर सुरक्षित रूप से उनके घर भेज दिया गया।
उन्होंने कहा कि इसी कारण गुमशुदगी के मामलों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने जिस तत्परता और संवेदनशीलता के साथ बच्चों को खोजा, वह सराहनीय है।
गीता खन्ना ने कहा कि राज्य पुलिस ने गुमशुदा बच्चों की रिकवरी में बेहतर प्रदर्शन किया है, जो कि बच्चों की सुरक्षा के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी इसी तरह समन्वय और सतर्कता के साथ काम जारी रहेगा ताकि हर बच्चा सुरक्षित अपने घर लौट सके।

