
तलाक़ से उत्पन्न होने वाली रिश्तों में खटास और बच्चों पर पढ़ने वाले प्रभाव पर नज़र डालती है फ़िल्म*
देहरादून : बड़े पर्दे की दुनिया में उत्तराखंड की ख़ूबसूरत वादियों को ख़ूब पसंद किया जा रहा है और यही कारण है कि अब फिल्मकारों को उत्तराखंड की नैसर्गिक सुन्दरता और फ़िल्म नीति काफ़ी आकर्षित कर रही है।
शनिवार को देहरादून में कठपुतली आर्ट एंड फिल्म्स तथा आर. एस. क्रिएशन द्वारा निर्मित फ़िल्म ‘पुतुल’ के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया ।
फ़िल्म के विषय पर जानकारी देते हुए निर्देशक राधेश्याम पिपलवा ने कहा समाज में तलाक की दर तेज़ी से बढ़ी है और पुतुल फ़िल्म की कहानी पति पत्नी के तलाक़ के बाद टूटे परिवारों और बच्चों पर पढ़ने वाले असर के इर्द गिर्द घूमती कहानी है ।उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा जिस तरह परिवार से दादा-दादी, नाना-नानी जैसे रिश्ते गायब हो रहे हैं, उसी तरह भविष्य में माता-पिता भी एक साथ नहीं होंगे, और सिंगल पेरेंट्स वाले परिवारों की संख्या बढ़ रही है और तलाक़ के बढ़ते मामलों से किस प्रकार बच्चों पर असर पड़ता है फ़िल्म के ज़रिए बख़ूबी दिखाया गया है ।
साथ ही ‘पुतुल’ फ़िल्म में मुख्य किरदार की भूमिका निभा रहे अभिनेता रजत कपूर ने फ़िल्म के विषय की सराहना करते हुए कहा फ़िल्म के विषय की सराहना करते हुए कहा कि इसने उन्हें गहराई से प्रभावित किया “ऐसे विषयों पर फिल्में बननी चाहिए, जो सीधे हमारे परिवार, जीवन और समाज से जुड़े हैं ।
फिल्मकारों को भा रही उत्तराखंड फ़िल्म नीति
फ़िल्म के निर्माता शरद मित्तल ने उत्तराखंड में फ़िल्म निर्माण के अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यहां फ़िल्म शूट करना बहुत सुखद रहा। उन्होंने बताया कि हर कदम पर सरकार और यहां के लोगों ने भरपूर सहयोग किया। उन्होंने जल्द ही एक और फ़िल्म उत्तराखंड में शूट करने की इच्छा व्यक्त की।

