देहरादून। उत्तराखंड की रजत जयंती के अवसर पर आयोजित विशेष सत्र में सदन में राज्य की अब तक की उपलब्धियों और चुनौतियों पर चर्चा जारी है। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने राज्य की विकास यात्रा पर गंभीर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि जब उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ था, तब हमने एक समृद्ध और आत्मनिर्भर उत्तराखंड की कल्पना की थी। इस दिशा में नारायण दत्त तिवारी सरकार ने ठोस कदम उठाते हुए औद्योगिक संरचना को मज़बूत किया और विकास के नए आयाम स्थापित किए थे।
लेकिन, यशपाल आर्य के अनुसार, उसके बाद राज्य विकास के कई क्षेत्रों में पिछड़ गया। उन्होंने कहा कि राज्य के संसाधनों का सही उपयोग नहीं हो सका, जिससे रोजगार, उद्योग और बुनियादी ढांचे में अपेक्षित सुधार नहीं आ पाए।
नेता प्रतिपक्ष ने सदन में सरकार से सवाल किया कि 25 वर्षों में राज्य ने कितना आत्मावलोकन किया है और क्या आज भी हम उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं जिसकी परिकल्पना राज्य आंदोलनकारियों ने की थी।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि रजत जयंती के अवसर पर यह समय आत्ममंथन का है, और उत्तराखंड के भविष्य के लिए ठोस योजनाओं और पारदर्शी नीति की जरूरत है।

