
भारतीय सेना के वीर जवानों के शौर्य और साहस को सलाम करने के लिए इंटेलिजेंस कोर के लेफ्टिनेंट जनरल प्रदीप कुमार चहल ने एक नई पहल शुरू की है। इस पहल के तहत, इंटेलिजेंस कोर देश सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों के परिजनों का ध्यान रखेगा।
इंटेलिजेंस कोर के जवान वीर जवानों के परिजनों से मिलकर उनका हालचाल पूछेंगे और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।
इस पहल के तहत, आज आर्मी इंटेलिजेंस स्कूल, पुणे से एक दिन अधिकारी व देहरादून इंटेलिजेंस टुकड़ी के जवानों द्वारा क्लेमेंटटाउन निवासी हवलदार अशोक थापा, सेना मेडल (मरणोपरांत) को गौरव पत्र दिया गया।
हवलदार अशोक थापा 1994 में हुए ऑपरेशन हिफाजत में शहीद हुए थे।
इस दौरान उनके पीछे उनकी पत्नी प्रभा थापा और छह माह की बेटी थी।
इंटेलिजेंस स्कूल के जवानों ने वीर सपूत की पत्नी प्रभा थापा की बात कर्नल कमांडेंट इंटेलिजेंस कोर लेफ्टिनेंट जनरल प्रदीप कुमार चहल से भी करवाई। लेफ्टिनेंट जनरल चहल ने प्रभा थापा से उनका हालचाल जाना और उन्हें आश्वासन दिया कि इंटेलिजेंस कोर हमेशा उनके साथ खड़ी है।
भारतीय सेना के वीर जवानों का शौर्य और साहस हमेशा याद रहेगा। उनकी शहादत देश के लिए अमूल्य है।
इंटेलिजेंस कोर द्वारा शुरू की गई यह पहल वीर जवानों के परिजनों के लिए एक सराहनीय प्रयास है।