दोनों शहरों में बड़े पैमाने पर छापेमारी के बाद दिल्ली और पुणे पुलिस ने संयुक्त रूप से 2,500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का प्रतिबंधित ड्रग मेफेड्रोन (जिसे आम बोलचाल में ‘म्याऊ म्याऊ’ के नाम से जाना जाता है) बरामद किया है। यह एक बड़ी मात्रा है और इसे भारत में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग जब्ती में से एक माना जा रहा है।
छापेमारी का विवरण:
- छापेमारी दो दिनों तक चली और इसमें दिल्ली और पुणे दोनों शहरों में कई स्थानों पर पुलिस दल शामिल थे।
- पुणे में छापेमारी की शुरुआत एक नमक के गोदाम से हुई, जहां से 700 किलो मेफेड्रोन बरामद किया गया और तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया।
- उसी समय, दिल्ली पुलिस ने हौज़ खास इलाके में एक बड़ा अभियान चलाया और लगभग 1,000 किलो ड्रग्स बरामद किया।
- कुल मिलाकर, दोनों शहरों में छापेमारी से 1,100 किलो मेफेड्रोन बरामद हुआ, जिसकी अनुमानित कीमत ₹2,500 करोड़ है।
प्रभाव:
- यह छापेमारी ड्रग्स की तस्करी के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी जीत है।
- बरामद की गई मात्रा से पता चलता है कि भारत में अवैध ड्रग्स का व्यापार कितना बड़ा है।
- यह छापेमारी ड्रग तस्करों के लिए एक बड़ा झटका है और उन्हें सतर्क कर देती है।
अगला कदम:
- गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम के तहत आरोपित किया जाएगा।
- पुलिस ड्रग तस्करी के नेटवर्क की जांच कर रही है और आगे की गिरफ्तारियों की उम्मीद है।