देहरादून (04 मई 2024): उत्तराखंड के पावन हिमालयी क्षेत्रों में विराजमान चारों धाम विश्वभर के सनातन प्रेमियों की आस्था का केंद्र हैं। ‘चार धाम यात्रा -2024’ के आरंभ के लिए अब कुछ ही दिन शेष हैं। इस क्रम में अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर दिनांक 10 मई 2024 को बाबा श्री केदारनाथ धाम के कपाट खोले जा रहे हैं।
कपाट खुलने से पहले भगवान केदारनाथ की पंचमुखी भोगमूर्ति चल विग्रह उत्सव डोली यात्रा, पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से अपने धाम के लिए प्रस्थान करेगी। यह यात्रा गुप्तकाशी से फाटा गौरीकुंड होते हुए श्री केदारनाथ धाम पहुंचेगी।
चार दिन की इस भव्य एवं दिव्य डोली यात्रा में देश-विदेश से हजारों की संख्या में बाबा के भक्त शामिल होंगे। इस दौरान ये श्रद्धालु वेदमंत्रों की ध्वनि, भजन-कीर्तन एवं बाबा केदानाथ के जयघोष के गगनभेदी नारों के बीच उत्सव डोली यात्रा को केदारनाथ धाम लेकर जाएंगे।
इस चार दिवसीय यात्रा के दौरान बाबा केदार की उत्सव डोली यात्रा में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के भोजन आदि की व्यवस्था के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की प्रेरणा से प्रदेश के युवाओं द्वारा ‘मुख्य सेवक का भंडारा कार्यक्रम’ का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 05 मई से 10 मई तक चलेगा।
भंडारा कार्यक्रम का विवरण:
- 05 मई: मुख्यमंत्री आवास से 250 सेवादारों की टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा।
- 06 मई: प्रातःकालीन भंडारा- उखीमठ, दोपहर और रात्रि भंडारा- गुप्तकाशी।
- 07 मई: प्रातःकालीन भंडारा- गुप्तकाशी, दोपहर और रात्रि भंडारा – फाटा।
- 08 मई: प्रातःकालीन भंडारा- फाटा, दोपहर और रात्रि भंडारा- गौरीकुंड।
- 09 मई: प्रातःकालीन भंडारा- गौरीकुंड, दोपहर के लिए पैकेट के माध्यम से भंडारा वितरण और रात्रि भंडारा केदारनाथ धाम में।
- 10 मई: पूरे दिन का भंडारा केदारनाथ में (चार अलग-अलग स्थानों में)।
पुष्प वर्षा: 9 मई को बाबा केदार की डोली विभिन्न पड़ावों से गुजरते हुए श्री केदारनाथ धाम पहुंचेगी और 10 मई को जब मंदिर के कपाट खुलेंगे, उस दौरान हेलीकॉप्टर द्वारा आसमान से जगह-जगह पुष्प वर्षा की जाएगी।
भजन/धार्मिक गीत: कपाट खुलने के दिन मंदिर प्रांगण में सुशोभित मंच से राष्ट्रविख्यात भजन गायक कलाकार द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी। इसके अलावा स्थानीय कलाकारों को भी अपनी प्रस्तुतियां प्रस्तुत करने का अवसर दिया जाएगा।
इस कार्यक्रम के दौरान निम्न लोग उपस्थित रहेंगे:
- हिमांशु चमोली
- नवीन पिरशाली
- कैप्टन तेजपाल नेगी
- स्वामी रविदास जी
- महंत कपिल मुनि जी
- महंत निर्मल दास जी
- मनीष सजवान जी
- सुबोध नौटियाल
- आदि।
यह भंडारा कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता के प्रति विशेष ध्यान रखकर संपन्न किया जाएगा।