बांग्लादेश : बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में चल रहे आंदोलन ने तख्तापलट का रूप ले लिया है। जुलाई से चल रहे इस प्रदर्शन के दौरान अब तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालात इतनी तेजी से बिगड़े कि रविवार को 19 पुलिसकर्मियों समेत 100 से अधिक आंदोलनकारी मारे गए। इसके बाद बांग्लादेश में कर्फ्यू लागू कर दिया गया।
प्रदर्शनकारी मंगलवार को प्रधानमंत्री आवास की ओर बढ़ने की तैयारी में थे, लेकिन अचानक उनके आंदोलन ने और हिंसात्मक रूप ले लिया। हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ने पर मजबूर हो गईं। शेख हसीना ने भारतीय हिंडन एयर बेस पर लैंडिंग की, और अब उनकी लंदन के लिए उड़ान भरने की संभावना है।
बांग्लादेश के सेना अध्यक्ष ने प्रदर्शनकारियों से शांति की अपील की है और जल्दी ही एक अंतरिम सरकार के गठन के लिए विपक्षी दलों के साथ बैठक की योजना बनाई है। सेना ने अब देश की कमान संभाल ली है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रयासरत है।
इससे पहले श्रीलंका में भी इसी प्रकार की स्थिति उत्पन्न हुई थी, जब प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन तक पहुंच गए थे और राष्ट्रपति को देश छोड़ना पड़ा था। बांग्लादेश में भी आज के घटनाक्रम ने इतिहास की कड़ी में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास में घुसकर उसे कब्जे में ले लिया है, जहां कुछ प्रदर्शनकारी तैराकी कर रहे हैं और कुछ प्रधानमंत्री आवास के भोजन का आनंद ले रहे हैं।