देहरादून: हेल्पएज इंडिया ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर दून पुस्तकालय में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वृद्धावस्था में आने वाली चुनौतियों और उनके समाधानों पर गहन चर्चा करना था।
कार्यक्रम में वरिष्ठ वकील रेणु डी. सिंह, दून विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हर्ष डोभाल और वरिष्ठ पत्रकार रमेश कुड़ियाल जैसे जाने-माने हस्तियों ने भाग लिया। उन्होंने वृद्धों के मानसिक स्वास्थ्य, संपत्ति हड़पने जैसे मुद्दों पर गंभीर चिंता जताई और सरकार से वृद्धों के लिए एक मजबूत नीति बनाने की अपील की।
बुजुर्गों के अनुभवों से सीखने की जरूरत: कार्यक्रम में मौजूद कर्नल अजय कोठियाल ने बुजुर्गों के अनुभवों को बेहद महत्वपूर्ण बताया और युवाओं को उनसे सीखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग हमारे लिए एक ढाल की तरह होते हैं।
पहाड़ के बुजुर्गों की पीड़ा: गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी ने अपने गीतों के माध्यम से पहाड़ों में अकेले रह गए बुजुर्गों की पीड़ा को बयां किया। उन्होंने बताया कि कैसे पलायन के कारण गांवों में सिर्फ बुजुर्ग ही रह गए हैं।
हेल्पएज इंडिया का प्रयास: हेल्पएज इंडिया के राज्य प्रमुख चैतन्य उपाध्याय ने कहा कि संस्था पिछले 46 सालों से वृद्धों के कल्याण के लिए काम कर रही है। उन्होंने सरकार से राज्य में वरिष्ठ नागरिक निदेशालय बनाने की मांग की।
मुख्य बिंदु:
- वृद्धों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत
- वृद्धों के लिए एक मजबूत नीति बनाने की आवश्यकता
- बुजुर्गों के अनुभवों से सीखने की अहमियत
- पहाड़ों में बुजुर्गों की स्थिति चिंताजनक
यह कार्यक्रम वृद्धों के प्रति समाज के दायित्व को रेखांकित करता है और उनके बेहतर भविष्य के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता को उजागर करता है।