
देहरादून, उत्तराखंड: उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों का बिगुल बज गया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने इन चुनावों के लिए विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया है, जिसके साथ ही हरिद्वार को छोड़कर शेष 12 जिलों में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। लगभग छह महीने के प्रशासक कार्यकाल के बाद हो रहे इन चुनावों से ग्रामीण स्तर पर लोकतांत्रिक व्यवस्था फिर से बहाल होगी।
प्रमुख तिथियां एक नजर में:
- चुनाव अधिसूचना: संबंधित जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारी जल्द ही विस्तृत चुनाव अधिसूचना जारी करेंगे।
- नामांकन प्रक्रिया: उम्मीदवारों के लिए नामांकन की प्रक्रिया 25 जून से 28 जून तक चलेगी। इच्छुक उम्मीदवार इन तिथियों पर प्रतिदिन सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक अपने नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे।
- नामांकन पत्रों की जांच: प्राप्त नामांकन पत्रों की गहन जांच 29 जून से 1 जुलाई तक की जाएगी।
- नाम वापसी: उम्मीदवार अपने नाम 2 जुलाई को वापस ले सकेंगे।
दो चरणों में होगा मतदान:
राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव दो चरणों में संपन्न कराए जाएंगे:
पहला चरण:
- चुनाव चिन्ह आवंटन: पहले चरण के लिए चुनाव चिन्हों का आवंटन 3 जुलाई को किया जाएगा।
- मतदान: प्रथम चरण का मतदान 10 जुलाई को होगा। मतदाता सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
दूसरा चरण:
- चुनाव चिन्ह आवंटन: दूसरे चरण के लिए चुनाव चिन्ह 8 जुलाई को आवंटित किए जाएंगे।
- मतदान: द्वितीय चरण का मतदान 15 जुलाई को संपन्न होगा।
मतगणना: दोनों चरणों के मतदान के उपरांत, सभी जिलों में 19 जुलाई को मतगणना की जाएगी, जिसके बाद चुनावी परिणाम घोषित किए जाएंगे।
उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे समय से इन चुनावों का इंतजार किया जा रहा था। राज्य सरकार और निर्वाचन आयोग ने इन चुनावों को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं।