रांची, 5 फरवरी: एक नाटकीय मोड़ में, गिरफ्तार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई चंपई सोरेन ने आज झारखंड विधानसभा में फ्लोर टेस्ट जीत लिया। उन्होंने झामुमो-कांग्रेस गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए विश्वास मत हासिल किया है। हेमंत सोरेन भ्रष्टाचार के आरोपों में फिलहाल जेल में बंद हैं।
चंपई सोरेन को 48 विधायकों का समर्थन मिला, जबकि विपक्ष के पास सिर्फ 28 वोट थे। सदन में बहस के बाद विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने कहा, “चंपई सोरेन को बहुमत हासिल हुआ है। वह अब झारखंड के मुख्यमंत्री हैं।”
यह फैसला एक बड़ा आश्चर्य है क्योंकि कई विशेषज्ञों को उम्मीद थी कि विपक्ष बीजेपी गठबंधन सरकार को गिराने में सक्षम होगा। हालांकि, ऐसा लगता है कि झामुमो-कांग्रेस गठबंधन अपने विधायकों को एकजुट रखने में सफल रहा।
हेमंत सोरेन ने 31 जनवरी को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तारी के बाद इस्तीफा दे दिया था। उनके भाई चंपई सोरेन को तब विधायक दल का नेता चुना गया था।
चंपई सोरेन ने अपनी जीत के बाद कहा, “मैं इस विश्वास के लिए सभी विधायकों को धन्यवाद देता हूं। मैं अपने भाई हेमंत सोरेन के अधूरे काम को पूरा करूंगा।”
यह देखना दिलचस्प होगा कि चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री के रूप में क्या चुनौतियां मिलती हैं। हेमंत सोरेन अभी भी कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं और यह अनिश्चित है कि कब और कैसे उनके मामले का समाधान होगा।
इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम से झारखंड की राजनीति में आने वाले दिनों में रोमांचक घटनाओं की उम्मीद की जा सकती है।