आगरा, ७ मार्च २०२४: भारत सरकार ने आज जम्मू-कश्मीर के एक प्रमुख धार्मिक नेता, मीरवाइज उमर फारूक को हिरासत से रिहा कर दिया। मीरवाइज उमर फारूक को सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए 2019 में हिरासत में लिया गया था, जब केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म कर दिया था।

फारूक की रिहाई को कश्मीर में सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है। उनका परिवार और समर्थक रिहाई की मांग कर रहे थे। यह कदम केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा क्षेत्र में शांति बहाल करने के प्रयासों का हिस्सा माना जा रहा है।
यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि उमर को किन शर्तों के तहत रिहा किया गया है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि वह कश्मीर के मुख्य धार्मिक नेता के रूप में अपने कर्तव्यों को फिर से शुरू कर पाएंगे या नहीं।
फारूक की रिहाई जम्मू-कश्मीर में तनावपूर्ण स्थिति के बीच आई है। पिछले कुछ वर्षों में, क्षेत्र में हिंसा में कमी आई है, लेकिन आतंकवाद और अशांति की चुनौतियां बनी हुई हैं।
यह उम्मीद की जाती है कि फारूक की रिहाई से जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता लाने में मदद मिलेगी।