भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को आज दोहरा झटका लगा है। एक तरफ गुवाहाटी स्थित भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आईआईटी) के एक छात्र को आतंकी संगठन ISIS से कथित संबंधों के लिए गिरफ्तार किया गया है। वहीं दूसरी तरफ, मास्को में एक संगीत कार्यक्रम स्थल पर हुए भीषण हमले की जिम्मेदारी ISIS ने ली है।
आईआईटी गुवाहाटी का छात्र गिरफ्तार
रिपोर्ट्स के अनुसार, आईआईटी गुवाहाटी के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के अंतिम वर्ष के छात्र को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उसने सोशल मीडिया पर आईएसआईएस के प्रति समर्थन व्यक्त किया था और संगठन में शामिल होने की बात भी कही थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि छात्र संस्थान से लापता हो गया है और उसके बाद उसने सोशल मीडिया पर यह पोस्ट किया। फिलहाल, मामले की जांच जारी है। इस घटना ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है, क्योंकि यह दर्शाता है कि आतंकी संगठन शिक्षित युवाओं को भी अपने जाल में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।
मास्को में आईएसआईएस का आत्मघाती हमला
लगभग उसी समय, मास्को में एक संगीत कार्यक्रम स्थल पर हुए आत्मघाती हमले में कई लोगों के मारे जाने की खबर आई है। ISIS ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। रूसी अधिकारियों के अनुसार, हमलावरों ने कार्यक्रम स्थल पर घुसकर गोलियां चलाईं और आग लगा दी। इस हमले में मारे गए लोगों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि यह आंकड़ा काफी अधिक हो सकता है।
दोनों घटनाओं का संबंध?
फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं है कि भारत में हुई गिरफ्तारी और मास्को में हुए हमले का कोई सीधा संबंध है या नहीं। हालांकि, दोनों घटनाओं से यह बात सामने आती है कि वैश्विक स्तर पर आतंकवाद का खतरा अभी भी बना हुआ है।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने दोनों घटनाओं की कड़ी निंदा की है। यह उम्मीद की जाती है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां आईएसआईएस के खतरे से निपटने के लिए अपनी चौकसी और बढ़ा देंगी। साथ ही, शिक्षण संस्थानों में भी कट्टरपंथी विचारधारा को फैलने से रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।