गुरुग्राम में रहने वालों के लिए एक चिंताजनक खबर सामने आई है। शहर के पांच टावरों को असुरक्षित पाया गया है और उन्हें ध्वस्त करने का आदेश दिया गया है। इन टावरों में रहने वाले निवासियों को जल्द से जल्द इन्हें खाली करना होगा।

जानकारी के अनुसार, ये टावर गुरुग्राम के अलग-अलग इलाकों में स्थित हैं और इनका निर्माण कुछ दशक पहले किया गया था। इन टावरों के निर्माण में कथित तौर पर निम्न गुणवत्ता वाली सामग्री का इस्तेमाल किया गया था और साथ ही भवन निर्माण नियमों का भी उल्लंघन किया गया था।
इन टावरों की जर्जर हालत को ध्यान में रखते हुए गुरुग्राम नगर निगम ( MCG ) ने एक सर्वेक्षण करवाया। सर्वेक्षण में पाया गया कि इमारतों की संरचनात्मक क्षमता काफी कमजोर हो चुकी है और ये भूकंप जैसी किसी भी प्राकृतिक आपदा को झेलने में सक्षम नहीं हैं।
MCG ने सर्वेक्षण रिपोर्ट के आधार पर ही इन पांच टावरों को असुरक्षित घोषित किया है और इन्हें ध्वस्त करने का आदेश जारी किया है। निवासियों को टावर खाली करने के लिए एक निश्चित समय दिया गया है। इसके साथ ही MCG द्वारा यह भी आश्वासन दिया गया है कि विस्थापित होने वाले लोगों को वैकल्पिक आवास की व्यवस्था कराई जाएगी।
गुरुग्राम में असुरक्षित पाए गए इन टावरों का मामला इस बात को रेखांकित करता है कि पुराने भवनों का समय-समय पर निरीक्षण और मरम्मत कराना कितना जरूरी है। साथ ही यह भी जरूरी है कि भवन निर्माण नियमों का सख्ती से पालन किया जाए।