बिहार के पटना जिले के मकसूदपुर गांव में भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसमें एक 19 वर्षीय दलित युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।

विवाद की जड़
पटना के मकसूदपुर गांव में आंबेडकर जयंती के मौके पर उनकी एक प्रतिमा स्थापित करने का फैसला लिया गया था। इस पर किसी को कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन प्रतिमा को कहां लगाया जाए, इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया। एक दल, जिसमें लगभग 100 परिवार शामिल थे, का मानना था कि प्रतिमा को सरकारी जमीन पर स्कूल के पास लगाया जाना चाहिए। वहीं, दूसरे दल, जिसमें लगभग 22 परिवार शामिल थे, ने इस स्थान पर आपत्ति जताई।
तनाव और हिंसा की स्थिति
इस मतभेद के चलते तीन दिनों तक इलाके में तनाव की स्थिति बनी रही। इस बीच, दूसरे दल को यह पता चला कि पहले दल द्वारा सुझाई गई जगह पर ही प्रतिमा लगाने के लिए खोदाई का काम शुरू कर दिया गया है। साथ ही, प्रतिमा के नीचे का चबूतरा बनाने का काम भी पूरा हो चुका है। इसके बाद दूसरा दल विरोध प्रदर्शन करने लगा। दोनों गुटों के बीच हाथापाई हो गई और फिर पथराव भी शुरू हो गया। इसी दौरान उड़ती हुई पत्थरों से 24 वर्षीय उदय कुमार घायल हो गए। वहीं, 19 वर्षीय विक्रम कुमार को गोली लग गई, जिससे उनकी दुखद मृत्यु हो गई।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
दलित समुदाय में रोष
इस घटना से दलित समुदाय में काफी रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि आंबेडकर, जिन्होंने जीवनभर दलितों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी, उन्हीं को लेकर ऐसी घटना होना बेहद दुखद है।