Thursday, June 12, 2025
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वरिष्ठ पत्रकार नवल ख़ाली को बनाया गया भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ का गढ़वाल मंडल प्रभारी

देहरादून 8 जून: देश के सबसे बड़े पत्रकार संगठन  भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ की देहरादून इकाई ने रविवार को वरिष्ठ पत्रकार और पहाड़ टी वी के संपादक नवल ख़ाली को सर्व सहमति से गढ़वाल मंडल प्रभारी नियुक्त किया । नव नियुक्त गढ़वाल मंडल प्रभारी नवल खाली ने कहा वे इस नई ज़िमेदारी के लिए  भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ का आभार व्यक्त करते हैं और पत्रकारों के हितों और समस्यों को लेकर कार्य करते रहेंगे । राष्ट्रीय  स्तर के पत्रकार संगठन भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ ने अपनी उत्तराखंड राज्य इकाई का आज यहां प्रदेश कार्यालय में आयोजित बैठक में विधिवत ऐलान कर दिया है। राष्ट्रीय संगठन मंत्री गिरिधर शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न इस बैठक में चंद्रवीर गायत्री को अध्यक्ष, राजीव थपलियाल को महामंत्री बनाया गया। इसके अलावा वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर केपीएस चौहान, उपाध्यक्ष कुंवर राज अस्थाना, कोषाध्यक्ष बाबूराम बौड़ाई, सचिव देवेंद्र प्रसाद, सह सचिव रेखा भण्डारी तय किए गए। नवल किशोर खाली और प्रसेनजीत रस्तोगी को कार्यकारिणी सदस्य चुना गया। साथ ही नवल किशोर खाली को गढ़वाल मंडल प्रभारी नियुक्त करते हुए गौरव गुलेरी को देहरादून जिला अध्यक्ष व पुष्कर सिंह नेगी को चमोली जनपद अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। इस मौके पर संजय गुप्ता हरिद्वार,  परवीन गुप्ता, शिवेश शर्मा, सत्य नारायण गायत्री, अवनीश गायत्री, नरेंद्र सिंह पिमोली आदि उपस्थित रहे।

उत्तराखंड डिजिटल मीडिया में अगर सबसे बड़ा कोई नाम आज की तारीख़ में है तो नवल ख़ाली उन में से एक हैं जिन्होंने डिजिटल मीडिया के माध्यम से पहाड़ी की पीड़ा को मुखरता से उठाने का काम किया है । 

चमोली ज़िले के पोखरी ब्लॉक के खाल गांवों में जन्में नवल ख़ाली अपने विद्यार्थी जीवन से ही मुखर वक्ता रहे हैं और नेतृत्व करने की क्षमता रखते हैं। उनकी शुरुआती शिक्षा दीक्षा गोपेश्वर में हुई और विद्यार्थी जीवन से वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे और बाद में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा इकाई के कई पदों पर पदस्थ भी रहे । पहाड़ की संस्कृति , पहाड़ के प्रति समर्पण के चलते वे पहाड़ के लिए कुछ करना चाहते थे इसलिए उन्होंने मीडिया जगत में क़दम रखा और पहले उन्होंने प्रिंट मीडिया की मार्केटिंग इकाई में कार्य किया ।

अपनी बेहतरीन लिखावट, पहाड़ की थाती और माटी के प्रेम के लिए निकलते सटीक शब्दावली और विश्लेषण के चलते उन्होंने उत्तराखण्ड डिजिटल मीडिया में एक नई क्रांति को जन्म दिया और डिजिटल मीडिया को नए आयाम पर पहुँचाया । 

ख़ाली के मशहूर लेखनी **भर्तू की ब्वारी ** के हैं लाखों पाठक 

कलम के जादूगर और शब्दों के धनी नवल ख़ाली पिछले काफ़ी समय से सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म फ़ेसबुक पर *भर्तू की ब्वारी* नामक एक पेज चलाते हैं जो उत्तराखंड के लोगों के बीच ख़ासकर पहाड़ की जनता के बीच काफ़ी चर्चाओं में रहते हैं और लोग उनकी लेखनी को बहुत पसंद भी करते हैं। 

उनके इस लेखनी में आकर्षण का केंद्रबिंदु पलायन की पीड़ा के साथ ही पहाड़ से पलायन कर चुकी महिलाओं के शहरों के खट्टे मीठे अनुभव को रचनात्मक और व्यंगात्मक तरीक़ों से अपनी लेखनी के ज़रिए पेश करते हैं जिससे देहरादून और दिल्ली मैं बस चुकी महिलाएँ ख़ुद को जोड़ कर देखती है तो वे काफ़ी हद तक अपनी वर्तमान परिस्थितियों को मानो दर्पण में अनुभव कर रही होती हैं ।

डिजिटल मीडिया के इस दौर में आज भी लोगों को *भर्तू की ब्वारी* के नए लेख का बेसब्री से इंतज़ार रहता है । 

**बद्रीनाथ सीट से भी विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं ख़ाली**

2024 लोक सभा चुनाव से ठीक पहले बदरीनाथ से विधायक रहे कांग्रेस के राजेंद्र भंडारी ने इस्तीफ़ा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था जिसके बाद बद्रीनाथ विधानसभा सीट रिक्त हो गई थी इसके उपरांत फिर उपचुनाव होने के बाद भी राजेंद्र भंडारी ने भाजपा से बदरीनाथ सीट पर चुनाव लड़ा था और कांग्रेस के लपक बुटोला ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था जबकि पत्रकार नवल ख़ाली ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में बद्रीनाथ सीट पर टाल ठोकी थी, हालाँकि नवल ख़ाली चुनाव हार गए थे लेकिन हारने के बावजूद भी उन्हें दोनों राष्ट्रीय दलों के लिए लड़ाई रोचक बना दी थी ।

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