कांग्रेस संगठन द्वारा पंचायत चुनावों को लेकर राज्यपाल से लगातार समय मांगा जा रहा था, लेकिन कई प्रयासों के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा को अब तक मुलाकात का समय नहीं दिया गया। इससे नाराज़ होकर करण माहरा अपने सहयोगियों के साथ राजभवन के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए।
धरने की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया गया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार और राज्यपाल के रवैये पर नाराज़गी जताई है।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विपक्ष को अपनी बात रखने का पूरा हक है, और पंचायत चुनाव जैसे महत्वपूर्ण विषय पर राज्यपाल से मुलाकात की अनुमति न देना, लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान है।
करण माहरा ने कहा कि, “जब तक जनता के मुद्दों पर संवैधानिक संस्थाएं चुप रहेंगी, तब तक हम विरोध करते रहेंगे।”