
देहरादून, 6 अगस्त। उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में हाल ही में हुई भीषण बादल फटने की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। इस मुद्दे को अब संसद के पटल पर भी उठाया गया है।
भाकपा (माले) के लोकसभा सांसद कॉमरेड सुदामा प्रसाद ने धराली त्रासदी को लेकर लोकसभा में शून्यकाल के दौरान चर्चा के लिए नोटिस दिया है। सांसद ने केंद्र सरकार का ध्यान इस आपदा की गंभीरता की ओर आकर्षित करते हुए राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने की मांग की है।
कॉमरेड सुदामा प्रसाद ने कहा कि धराली में बादल फटने से जानमाल की भारी क्षति हुई है, लेकिन इस संवेदनशील आपदा को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों का रवैया धीमा और असंवेदनशील रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों की जान की कीमत नहीं है?
सांसद ने धराली सहित उत्तराखंड के सभी आपदा संभावित क्षेत्रों में स्थायी आपदा प्रबंधन प्रणाली, समयबद्ध राहत कार्य, पुनर्वास योजना और जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने के लिए दीर्घकालिक नीति की मांग की।
धराली हादसे को संसद में उठाया जाना इस बात का संकेत है कि यह केवल एक स्थानीय मुद्दा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय चिंता का विषय बन चुका है।