
देहरादून, 9 मई 2024: उत्तराखंड एसटीएफ की साइबर पुलिस ने दिल्ली एनसीआर में छापा मारकर शहीदों के परिजनों और सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिकों को ठगने वाले 5 लोगों के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के सदस्यों ने करीब 50 लाख रुपये की ठगी की थी।
गिरोह का तरीका:
आरोपी गूगल और अन्य माध्यमों से शहीदों और सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिकों की जानकारी हासिल करते थे।
फिर वे खुद को मुख्य सतर्कता अधिकारी (रक्षा मंत्रालय) या सैनिक कल्याण बोर्ड का अधिकारी बताकर उनसे संपर्क करते थे।
शहीदों के परिजनों को वे मरणोपरांत कीर्ति चक्र मिलने वाली धनराशि और अतिरिक्त लाभों का झांसा देते थे।
सेवानिवृत्त नागरिकों को वे पेंशन/फंड/ग्रेजुएटी बढ़ाने का लालच देते थे।
फर्जी दस्तावेज दिखाकर और डराने-धमकाने से वे उनसे पैसे जमा करा लेते थे।
गिरफ्तार आरोपी:
कपिल अरोड़ा (33 वर्ष), दिल्ली
राहुल कुमार दत्ता (34 वर्ष), बिजनौर
रवि सैनी (33 वर्ष), गाजियाबाद
राजेश कुमार यादव (32 वर्ष), बलिया
अनुराग शुक्ला (33 वर्ष), कानपुर

बरामदगी:
18 मोबाइल फोन
2 लैपटॉप
42 सिम कार्ड
42 डेबिट/क्रेडिट कार्ड
15 फर्जी पहचान पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड
₹1,07,500 नकद
एसटीएफ ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
यह मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि:
आरोपियों ने शहीदों के सम्मान के साथ खिलवाड़ किया।
उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों का फायदा उठाया।
उन्होंने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया।
एसटीएफ इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में है।
यह घटना हमें सिखाती है कि:
हमें अनजान लोगों से सावधान रहना चाहिए।
हमें किसी भी तरह के लालच में नहीं आना चाहिए।
हमें सरकारी अधिकारियों से सीधे संपर्क करना चाहिए।
हमें अपनी निजी जानकारी किसी के साथ शेयर नहीं करनी चाहिए।