देश के उत्तरी राज्य भीषण लू की चपेट में हैं, जिससे अब तक 61 लोगों की मौत हो चुकी है. तापमान लगातार बढ़ रहा है और लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है.

तीव्र गर्मी का प्रकोप
खबरों के अनुसार, राजस्थान, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. इन राज्यों में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है. लू से जुड़ी बीमारियां जैसे हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है.
प्रभावित क्षेत्र
तीव्र गर्मी से खासकर वंचित तबका, दिहाड़ी मजदूर और बाहरी काम करने वाले लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं. कई जगहों पर बिजली कटौती ने लोगों की परेशानी को और बढ़ा दिया है.
सरकारी प्रयास
सरकारें लू से निपटने के लिए राहत और बचाव कार्य कर रही हैं. पीने के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है और लोगों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी जा रही है. कुछ राज्यों में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है.
चिंता का विषय
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में भी लू का कहर जारी रहने का अनुमान है. यह स्थिति चिंता का विषय है क्योंकि गर्मी का असल मार अभी बाकी है. विशेषज्ञों का कहना है कि लू से बचाव के लिए जरूरी एहतियात बरतना चाहिए, जैसे कि ढीले और सूती कपड़े पहनना, धूप में निकलने से बचना, ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करना आदि.
आह्वान
लू से होने वाली मौतों को रोकने के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत है. सरकारों को राहत कार्यों में तेजी लाने के साथ-साथ लोगों को जागरूक करना चाहिए. साथ ही, आम लोगों को भी लू से बचाव के उपायों को अपनाना चाहिए और जरूरत पड़ने पर तुरंत चिकित्सीय मदद लेनी चाहिए.