अल्मोड़ा, 19 जून 2024: उत्तराखण्ड एसटीएफ ने एक दशक पुरानी हत्याकांड का खुलासा करते हुए आज मुंबई से आरोपी नागराज उर्फ तिलकराज को गिरफ्तार किया। यह हत्याकांड 14 मार्च 2014 को थाना लमगढ़ा, अल्मोड़ा में हुई थी।

हत्या और फरारी
- 14 मार्च 2014 को, आरोपी नागराज ने अपने दोस्त गुलाब सिंह की हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाने के लिए तेजाब से जला दिया।
- हत्या के बाद, नागराज फरार हो गया और पुलिस को उसकी तलाश में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
- नागराज ने अपना ठिकाना छुपाने के लिए अपना नाम बदलकर तिलकराज रख लिया और विभिन्न राज्यों में घूमता रहा।
एसटीएफ की तलाश और गिरफ्तारी
- 20 हज़ार रुपये के इनाम के साथ घोषित इस अपराधी को पकड़ने के लिए एसटीएफ की टीमों ने लगातार प्रयास किए।
- महीनों पहले, एसटीएफ के दो कर्मचारियों को नागराज की तलाश में उसके गांव हिमाचल प्रदेश भेजा गया।
- मिली जानकारी के आधार पर, मुंबई में एसटीएफ की एक टीम तैनात की गई।
- कड़ी मेहनत और लगातार निगरानी के बाद, 19 जून 2024 को नागराज को मुंबई के “पाया सूपवार” से गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी का महत्व
- इस गिरफ्तारी से 10 साल पुराने हत्याकांड का खुलासा हुआ है और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सकेगा।
- यह एसटीएफ की कुशल रणनीति और लगन का एक प्रमाण है।
गिरफ्तार आरोपी और एसटीएफ टीम
- गिरफ्तार आरोपी: नागराज उर्फ तिलकराज सिंह, ग्राम पुन्दल, पो० गवाली, तहसील पधर, जिला मण्डी, हिमाचल प्रदेश।
- एसटीएफ टीम: निरीक्षक यशपाल विष्ट, उपनिरीक्षक धमेन्द्र रौतेला, हेड कॉन्स्टेबल कैलाश नयाल, हेड कॉन्स्टेबल विरेन्द्र नौटियाल, कॉन्स्टेबल अनिल कुमार, कॉन्स्टेबल अर्जुन सिंह रावत, कॉन्स्टेबल अनूप भाटी, कॉन्स्टेबल देवेन्द्र कुमार।
यह गिरफ्तारी उत्तराखण्ड एसटीएफ की अपराधियों के प्रति कड़ी कार्यवाही और कानून के शासन को बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।