देहरादून, 17 नवंबर: संजय ऑर्थोपीडिक, स्पाइन एवं मैटरनिटी सेंटर और सेवा सोसायटी ने दून विहार, जाखन, राजपुर रोड में विश्व स्मरण दिवस 2024 मनाया। इस आयोजन का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में जान गंवाने वालों को याद करना और पीड़ितों के परिवारों को सहारा देना था।
पद्म श्री डॉ. संजय पिछले 25 सालों से सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैला रहे हैं। उन्होंने मार्चूला और देहरादून की बस दुर्घटनाओं के शोक संदेश में कहा कि हर साल लगभग 5 लाख दुर्घटनाएं होती हैं, जिसमें डेढ़ लाख लोग मारे जाते हैं। ओवरलोडिंग, ओवरस्पीडिंग, ओवरटेकिंग, नींद का अभाव, नशा, थकान और मोबाइल फोन का इस्तेमाल प्रमुख कारण हैं।
कार्यक्रम में पूर्व जस्टिस राजेश टंडन ने कहा कि हमें कानून का पालन करना चाहिए और रैश ड्राइविंग से बचना चाहिए। उन्होंने मेडिटेशन को एक कारगर उपाय बताया। प्रो. विशाल सागर ने सोशल मीडिया को एक ध्यान भटकाने वाला कारक बताया। आईएएस श्री प्रमोद कुमार ने कहा कि यह सिर्फ पुलिस की नहीं, बल्कि हम सबकी जिम्मेदारी है। डॉ. अश्विनी कांबोज ने युवाओं में ओवरस्पीडिंग की समस्या पर चिंता जताई।
ऑर्थोपीडिक सर्जन डॉ. प्रवीण मित्तल ने कहा कि देहरादून में युवाओं की संख्या अधिक होने के कारण इस समस्या पर ध्यान देने की जरूरत है। स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. सुजाता संजय ने कहा कि अभिभावकों को बच्चों को सड़क सुरक्षा के बारे में सिखाना चाहिए। डॉ. एस. एन. सिंह ने कहा कि हमें पुलिस और समाज का भय होना चाहिए। देन विहार काॅलोनी की अध्यक्षा श्रीमती जैन ने कहा कि युवा जोश में क्षण भर की प्रतिस्पर्धा में पूरी जिंदगी खो देते हैं। पत्रकार श्री प्रकाश सिंह ने अभिभावकों को बच्चों को मार्गदर्शन देने की सलाह दी। श्री ललित शर्मा ने कहा कि पर्याप्त नींद लेना जरूरी है।
डॉ. गौरव संजय ने सभी अतिथियों और कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का धन्यवाद किया।
मुख्य बिंदु:
- पद्म श्री डॉ. संजय पिछले 25 सालों से सड़क सुरक्षा अभियान चला रहे हैं।
- हर साल लाखों लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं।
- ओवरलोडिंग, ओवरस्पीडिंग, ओवरटेकिंग प्रमुख कारण हैं।
- हमें कानून का पालन करना चाहिए और रैश ड्राइविंग से बचना चाहिए।
- युवाओं में ओवरस्पीडिंग की समस्या पर ध्यान देने की जरूरत है।
- अभिभावकों को बच्चों को सड़क सुरक्षा के बारे में सिखाना चाहिए।
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