उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों को लेकर सोशल मीडिया पर एक झूठी और भ्रामक खबर फैलाने के आरोप में रायपुर थाना में एक पोर्टल संचालक के खिलाफ अभियोग दर्ज किया गया है। यह खबर 5 फरवरी 2025 को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर “उत्तराखंड वाले” नामक पोर्टल के माध्यम से प्रकाशित की गई थी, जिसमें मुख्यमंत्री की तस्वीर के साथ आरोप लगाया गया था कि राज्य में हो रहे राष्ट्रीय खेलों में फिक्सिंग और भ्रष्टाचार हो रहा है, और पदकों को लाखों में बेचा जा रहा है।
यह खबर न केवल झूठी थी, बल्कि इसके माध्यम से राज्य की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया। संबंधित पोर्टल संचालक ने इस खबर में पदकों की कीमत के बारे में भी गलत जानकारी दी थी, जो कि पूरे देशभर में तेजी से फैल रही थी। इस खबर से खेल विभाग की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचने के साथ-साथ प्रतियोगिता में भाग ले रहे खिलाड़ियों और उनके समर्थकों के मन में भी हीन भावना का प्रसार हो रहा था।
महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री राजेश ममगाई द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर थाना रायपुर में भारतीय दंड संहिता की धारा 353(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पोर्टल संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने यह सिद्ध कर दिया है कि सोशल मीडिया पर फैलाई गई झूठी खबरें न केवल किसी राज्य की छवि को नुकसान पहुँचाती हैं, बल्कि समाज में भ्रम और नकारात्मकता भी पैदा करती हैं।