भारतीय स्प्रिंटर ललित कुमार और हिमानी चंदेल को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा प्रतिबंधित पदार्थों के सेवन के कारण चार साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है। ललित के मूत्र के नमूने में ड्रोस्टेनोलोन मेटाबोलाइट पाया गया, जबकि हिमानी के नमूने में स्टेरॉयड का पता चला। यह प्रतिबंध 23 अक्टूबर, 2023 से लागू होगा।
ललित को पिछले साल दिल्ली राज्य एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 100 मीटर दौड़ में अकेले दौड़ लगाने के लिए जाना जाता था, क्योंकि अन्य सभी प्रतिभागी डोप नियंत्रण अधिकारियों (डीसीओ) की मौजूदगी के कारण दौड़ से हट गए थे। हालांकि, अब उन्हें उनकी सफलता के लिए प्रतिबंधित पदार्थों के सेवन का सहारा लेने के लिए दंडित किया गया है।
हिमानी चंदेल पर भी इसी तरह का डोपिंग रोधी नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है। दोनों धावकों को अब चार सालों तक किसी भी आधिकारिक प्रतियोगिता में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह प्रतिबंध उनके करियर के लिए एक बड़ा झटका है और युवा एथलीटों के लिए एक चेतावनी के रूप में कार्य करता है।
यह घटना भारतीय खेलों में डोपिंग के मुद्दे पर भी प्रकाश डालती है। डोप रोधी एजेंसियों को कड़े कदम उठाने और खेलों में निष्पक्षता सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।